4G vs 5G | कितने फायदे मिलेंगे 4G के मुकाबले 5G सर्विसेस में ? | 4G vs 5G | How many benefits will be available in 5G services as compared to 4G?

 4G vs 5G | कितने फायदे मिलेंगे 4G के मुकाबले 5G सर्विसेस में ? 5G कितना हे बेहतर 4G से.....





भारत में 5G रोलआउट की शुरुवात हो चुकी है। 1 अक्टूबर को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के हाथो द्वारा 5G सेवाओं की शुरुआत की गई है।रिलायंस जियो और एयरटेल इन दो कंपनियों ने भारत के दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, सिलीगुड़ी, नागपुर और वाराणसी आदि शहरों में अपने 5G सर्विसेस सुरु कर दी हे। रिलायंस जियो और एयरटेल के जो ग्राहक इन शहरों में हे वे अभी 5G connectivity का आनंद ले सकते ही। टेलीकॉम ऑपरेटर ने यह भी आश्वासन दिया है कि 5G सेवाएं दिसंबर 2023 तक सारे भारत में पहुंच जाएंगी।

भारत के सारे लोग 5G टेक्नोलॉजी आने की राह देख रहे थे। उसी बीच भारत की टेलिकॉम कंपनियों 4G से कई गुना बेहतर और तेज 5G सर्विसेस की शुरुआत कर दी हे। कंपनिया 5G के अंतर्गत आने वाली योजनाएँ आने वाले दिनों सादर करने वाली हैं। तो चलो जान लेते हे की कैसे 5G है 4G से बेहतर....

5G vs 4G : ये होंगे नई टेक्नोलॉजी में बड़े सुधार।

डाउनलोडिंग स्पीड होगी कई गुना तेज:
अब, Ookla की स्पीडटेस्ट इंटेलिजेंस रिपोर्ट बताती है कि देश में 5G स्पीड टेस्ट नेटवर्क पर 500 एमबीपीएस तक पहुंच गई है। रिपोर्ट बताती है कि पिछले महीने 5G परीक्षण चरण के दौरान, उन्होंने 16.27 एमबीपीएस की काम से काम और 809.94 एमबीपीएस की उच्च गति देखी।
 यानी की भारत में 5G कनेक्टिविटी की स्पीड 4G से 100 गुना तेज दर्ज की गई हैं। इसी कारण 1 GB की मूवीज या कोई फाईल जो 4G के कनेक्टिविटी से डाउनलोड होने में 15 से 20 मिनट लगते हे देखा जाएं तो 5G के कनेक्टिविटी से डाउनलोड होने में केवल 3 से 5 सेकंड में हो सकता है। 

नेटवर्क लेटेंसी में होगा सुधार: 
5G टेक्नोलॉजी के स्पीड के साथ साथ नेटवर्क लेटेंसी में भी कई गुना सुधारना होई है। लेटेंसी का मतलब नेटवर्क प्रतिक्रिया का समय, जो डिवाइस और नेटवर्क के बीच निर्मित होता है। 5G की नई टेक्नोलॉजी की लेटेंसी 5
 मिली सेकंड होगी ऐसा कहाजाता है। देखा जाए तो 4G में लेटेंसी 20 मिलीसेकंड दर्ज को गई थी। लो लेटेंसी के कारण इंटरनेट पर बफरिंग वेटिंग टाइम कम होने वाला है।


Kusha Chaudhari

Post a Comment

Previous Post Next Post