जानिए क्या होगी 5G के प्लान्स ? क्या टेलीकॉम कंपनिया दे पाएगी ग्राहको को अच्छी खबर।
भारत में 5G रोलआउट की शुरुवात हो चुकी है । 1 अक्टूबर को भारत मोबाइल कांग्रेस (IMC), 2022 के छठे संस्करण के दौरान प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के हाथो द्वारा 5G सेवाओं की शुरुआत की गई है।रिलायंस जियो और एयरटेल इन दो कंपनियों ने भारत के दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, सिलीगुड़ी, नागपुर और वाराणसी आदि शहरों में अपने 5G सर्विसेस सुरु कर दी हे। रिलायंस जियो और एयरटेल के जो ग्राहक इन शहरों में हे वे अभी 5G connectivity का आनंद ले सकते ही। टेलीकॉम ऑपरेटर ने यह भी आश्वासन दिया है कि 5G सेवाएं दिसंबर 2023 तक सारे भारत में पहुंच जाएंगी।
ET टेलीकॉम के अपनी रिपोर्ट के अनुसार ब्रोकरेज फर्म जेफरीज कहता है कि भारत में 5G सर्विसेस की बढ़ाने के लिया टैरिफ 4G प्लान्स के अनुसार ही रखने पड़ेंगे। इससे यह होगा कि टेलीकॉम कंपनियों को दूसरे देशों की तरह 5G सर्विसेस तेजी से बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस का मतलब 5G सर्विसेस के प्लान्स 4G सर्विसेस से मेल खाती भारत में ग्राहको को देखने को मिलेगी। ज्यादातर सुरुवाती चरण में 5G के रिचार्ज 4G के के अनुसार होगे।
5G रिचार्ज प्लान्स के बारे में मिली रिर्पोट
5G के पहले चरण में यह उम्मीद जताई जा रही थी की 4G के मुकाबले भारत में 5G प्लान्स के रिचार्ज में 20% से 25% का इजाफा हो सकता हे। जहा तक देखा जाएतो मिली रिपोर्ट के ऐसा समाज आता ही की 4G प्लान्स के साथ — साथ 5G सर्विसेस के दाम एक समान ही रखे जायेंगे। इससे टेलीकॉम कंपनियों को यह मदद मिलेगी की अभी के 4G यूजर्स तक 5G सर्विसेस को पहुंचाने में ज्यादा दिक्कत नही होगी।
जेफरीज की पब्लिश हुई रिपोर्ट में दर्ज किया हे की , दक्षिण कोरियाई टेलीकॉम कंपनियों ने अपने सर्विसेस को बढ़ाने के लिए हाई डेटा अलाउंस/ अनलिमिटेड प्लान्स की रणनीति का सहारा लिया हे। इसी तरह चीनी टेलीकॉम ने समान कीमतों के साथ कम कीमत/जीबी मीट्रिक को बढ़ावा दिया हे।
यही ध्यान में रखते हुए यह नहीं ठुकराया नही जाता की 2021 के नवंबर के महिने में टेलीकॉम कंपनियोंने 4G प्लान्स रिचार्ज में 20% बढ़ोतरी कि गई थी। अगर 5G प्लान्स में टेलीकॉम कंपनियों ने और बढ़ोतरी की तो ग्राहक नाराजगी व्यक्त करने मे कोई देर नहीं होगी।
यही सारा ध्यान में रखते रिलायंस जियो और एयरटेल अपने अपने प्रति ध्वंदी को पछाड़ने के लिए अपने सर्विसेस सुधारने में लगे हुए हैं।